Switch to USA
logo

Read uncategorized sex stories

Uncategorized
2016-12-03

नमस्कार दोस्तों
मैं विजय फिर हाज़िर हूँ अपनी स्टोरी को आगे बढाने के लिए [email protected]
लास्ट स्टोरी में मैंने आपको बताया की कैसे मेरी मकान मालकिन ने मुझे सेक्स करना सिखाया
उस के बाद आंटी उनकी पड़ोस वाली दोस्त को भी लायी . तो आगे स्टोरी पे आता हूँ
अनिता आंटी और मैंने उस रात 3 बार सेक्स किया और सुबह वो रूम से चली गयी
सुबह मैं उनसे नज़र नहीं मिला पा रहा था और मेरे लंड में दर्द भी हो रहा था . मैं नहा धोकर कॉलेज गया पर मेरे दिमाग में रात की बात घूम रही थी और लंड के सुपारे पे सुजन आ गयी थी तो मैं जल्दी रूम पे चला गया वह जैसे ही में अपनी अंडरवियर में लेटा की खिड़की वाले गेट से आंटी आ गयी तो मैंने कहा आंटी जो कुछ भी रात को हुआ उसके लिए सॉरी
आंटी – पगले सॉरी मत बोल
मैं– रात को जो हुआ गलत हुआ अभियो तक मेरे दर्द हो रहा हैं
आंटी – कहाँ दर्द हो रहा है बता
मैं – आंटी कोई जरूरत नही
फिर आंटी ने एक दम से मेरे अंडरवियर में हाथ डाल दिया
मैं चिल्ला उठा दर्द की वजह से तो वो बोली की ये दर्द वो चुटकी में ठीक कर सकती हैं
फिर वो उनके कमरे से एक क्रीम लायी और मेरे लंड के टोपे पे लगाने लगी उसके बाद मुझे अच्छा लगने लगा और लंड वापस खड़ा हो गया
मैं – आंटी काफी है अब हट जाओ आप
आंटी – रुक बस 5 मिनट
फिर मैं आँख बंद करके लेटा रहा और वो मेरे लोडे को मुह में लेने लगी मुझे दर्द तो हुआ पर मज़ा भी आ रहा था आंटी मेरे आंड भी चाटने लगी फिर १५ मिनट तक उन्होंने मेरे लंड को चूसा उसके बाद मुझे लगने लगा की मेरा वीर्य निकलने वाला हैं तो
मैं – आंटी मेरा वीर्य निकलने वाला हैं
ये कहते ही आंटी लेट गयी और ब्लाउज खोल दिया आज उन्होंने जालीदार पिंक ब्रा पहनी थी फिर उन्होंने वो ब्रा भी खोल दी
आंटी – अब जल्दी से मेरे दूध के ऊपर झड जा
मैं आंटी के ऊपर झड गया आंटी ने चाट कर मेरा लोडा साफ़ किया और बोली रात को तेरे लिए सरप्राइज है और ये कहके चली गयी. मैं भी क्या सरप्राइज है ये सोचके सो गया शाम ७ बजे मेरी नींद खुली तो मैं रूम से निकल कर चाय पिने गया चाय पीकर आया तो देखा आंटी खुश है काफी फिर मैं अपने रूम में जाके पड़ने लग गया ९ बजे मेरा दरवाज़ा पे दस्तक हुई तो देखा तो आंटी थी उन्होंने रेड गाउन पहना था उनके साथ पास वाली आंटी भी थी उन्होंने बैगनी कलर की नाईटी पहनी थी उनके हाथ में एक थाली थी
वो अन्दर आयी तो आंटी ने कहा ये अपने पास में रहती इनका नाम रेखा है
आंटी की उम्र लगभग ३६ साल होगी स्तन 34 होगे बिलकुल दूध सी गोरी लिप्स पे रेड लिपस्टिक
मैं – आओ आंटी बेठो में अभी खाना खा कर आता हु
आंटी – नही आज अपन पार्टी करेगे क्युकी कल तो अंकल आ जायेगे तो आज पार्टी
मैंने कहा ठीक हैं उस दिन आंटी ने अपने बच्चो को जल्दी सुला दिया था
आंटी वापस उनके कमरे में गयी और बियर की २ बोतल लायी
मैं – आंटी मैं बियर नही पीता
आंटी – तू चुप रह
रेखा आंटी ने थाली रखी उसमे चिकन के रोस्टेड चिकन और काजू थे
रेखा आंटी ने तीन ग्लास भरे
मैं – आंटी मैंने कहा था न में ड्रिंक नही करता
आंटी – बस एक बार ट्राई कर
रेखा आंटी ने पैग मुझे दिया
हमने चियर्स किया उसके बाद मैंने धीरे धीरे करके अपना गिलास खत्म किया उसके बाद आंटी ने एक गिलास और दे दिया उसे आधा पिया तब तक मुझे बहुत नशा हो गया था तब रेखा बोली
रेखा – सुन न अनीता देख कितनी गर्मी हो गयी है न
अनीता – ये तो सच कहा तूने
फिर दोनों ने अपने गाउन खोल दिए रेखा सिर्फ ब्लैक ब्रा पंटी में थी और अनीता सिर्फ लेस वाली ब्लू ब्रा और वाइट पेंटी में
वो बोली तुझे नही लग रही गर्मी
मैं – लग रही है (नशा काफी हो गया था )
दोनों आंटी ने मिलकर मेरे कपडे खोल दिए
में सिर्फ वियर में था
आंटी – आज अपन तीनो मिलकर सेक्स करेगे
रेखा – आज विजय मैं भी तो चखु तुम्हारे लंड का
मैं होश में नही था फिर अनीता मेरे पास आई और ब्रा खोलकर चूची मेरे मुह में डाल दी
इधर रेखा आंटी ने मेरी अंडर वियर निचे कर दी और लंड को मुह में लेने लगी
मैं नशे में था तो कुछ नही कर पा रहा था
फिर अनीता मेरे आंड चूसने लगी और रेखा मेरा लंड मेरा लंड बिलकुल खड़ा हो गया था फिर रेखा ने मेरे लिप्स पे लिप्स रखे और फ्रेंच किस किया
उसके बाद उसने अपनि ब्रा उतार दी
फिर दोनों आंटी ने एक दुसरे की पेंटी उतारीऔर वापस गर्भ निरोधक खाने लगी और रेखा आंटी मेरे लंड पर बैठ गयी मेरा नशा कम होने लग गया था में भी आंटी को चोदने लगा इधर अनीता के दूध भी पि रहा था उसे २० मिनट तक चोदने के बाद उसी की चूत में झड गया फिर दोनों आंटी मिलके मेरे लंड को चूसने लगी १० मिनट बाद वपस चोदने को तैयार था
फिर अनीता आंटी मेरे लंड पे बेठी और में उन्हें चोदने लगा उन्हें ३० मिनट तक चोदा फिर उन्ही के अन्दर झड गया फिर हमने २ बार और हम सो गये सुबह पता नही कब आंटी चली गयी
सुबह में उठा तो देखा दोनों नही थी मुझे बहुत गलत लग रहा था मैंने अपना बैग जमाया और आंटी के घर से बिना बताये चला गया क्युकी अगर बात ओपन होती तो आंटी का घर बर्बाद हो जाता और में ये नही चाहता था और फिर वहा से चला गया
दोस्तों ये मेरी रियल कहानी थी इसका रेस्पोंस मुझे [email protected] पर जरुर दे और कोई भी मैरिड , अनमैरिड , डाइवोर्स , विधवा महीला बेझिझक मेल करे और बात करे. आपकी प्राइवेसी का ध्यान रहेगा